गोस्वामी तुलसीदासजी की संक्षिप्त जीवनी
भाग-१ (1) सूतजी की कथा, सूतजी और शौनकादि ऋषियों का संवाद
भाग-२(2) सूतजी द्वारा श्रीराम नाम की महिमा का वर्णन
भाग-३(3) सती का प्रश्न तथा उसके उत्तर में भगवान शिव द्वारा ज्ञान एवं नवधा भक्ति के स्वरुप का विवेचन
भाग-५(5) श्रीराम के द्वारा सती के मन का संदेह दूर करना, सती का शिव के द्वारा मानसिक त्याग
भाग-९(9) देवी सती का अपने पिता दक्ष के यज्ञ में जाने के लिए भगवान शिव से अनुरोध
भाग-१२(12) दक्ष का यज्ञ मंडप में भय और भगवान विष्णु से जीवन रक्षा की प्रार्थना
भाग-१३(13) श्रीहरि और वीरभद्र का युद्ध तथा वीरभद्र द्वारा दक्ष का सिर काटकर यज्ञ कुंड में डालना
भाग-१४(14) दधीचि और राजा क्षुव विवाद, शुक्राचार्य द्वारा दधीचि को महामृत्युंजय मंत्र प्रदान करना
भाग-१५(15) दधीचि का भगवान विष्णु को श्राप देना व क्षुव को क्षमा करना
भाग-१६(16) ब्रह्माजी, श्री हरी तथा देवताओं का कैलाश पर जाकर महादेव से क्षमा याचना करना
भाग-१७(17) भगवान शिव का दक्ष को प्राण दान देना तथा दक्ष द्वारा शिव इच्छा से यज्ञ को पूर्ण करवाना
भाग-१८(18) हिमालय और देवी मैना का विवाह तथा मैना की पूर्व कथा का वर्णन
भाग-१९(19) हिमालय सहित सभी देवताओं का देवी जगदम्बिका के पास जाकर प्रार्थना करना
भाग-२०(20) मैना-हिमालय का तप व वरदान प्राप्त
भाग-२१(21) देवी जगदम्बा का जन्म तथा नारदजी का पार्वती को शिव तपस्या के लिए प्रेरित करना
भाग-२२(22) पार्वती का अपनी माता मैना को समझाना तथा पृथ्वीपुत्र भौम (मंगल गृह) का जन्म
भाग-२५ (25) भगवान शिव के तीसरे नेत्र की अग्नि से कामदेव का भस्म होना
भाग-२६(26) नारद का देवी पार्वती को पंचाक्षरी मंत्र की दीक्षा देकर उन्हें शिव तप के लिए प्रेरित करना
भाग-२७(27) देवी पार्वती का कठोर तप तथा देवताओं का भगवन शिव के पास जाना
भाग-२८(28) देवताओं का भगवान शिव को देवी पार्वती से विवाह के लिए अनुरोध करना
भाग-२९(29) भगवान शिव के आदेश पर सप्तऋषियों द्वारा देवी पार्वती की परीक्षा लेना
भाग-३०(30) शिवजी द्वारा पार्वती जी की तपस्या की परीक्षा करना
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