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भाग-६२(62) काकभुशुण्डि द्वारा राम राज्य का वर्णन

भाग-६३(63) सनकादि मुनि का अयोध्या आगमन तथा प्रभु श्रीराम से भेंट 

भाग-६४(64) हनुमान्‌जी के द्वारा भरतजी का प्रश्न और श्री रामजी का उपदेश

भाग-६५(65) श्री रामजी का प्रजा को उपदेश (श्री रामगीता), पुरवासियों की कृतज्ञता

भाग-६६(66) श्री राम-वशिष्ठ संवाद तथा नारदजी का आना और स्तुति करके ब्रह्मलोक को लौट जाना।

भाग-६७(67) गरुड़जी के सात प्रश्न तथा काकभुशुण्डि के उत्तर

भाग-६८(68) शिवजी की कृपा से श्रीराम महिमा सुनकर देवी पार्वती के समस्त मोह का नाश

भाग-६९(69) कलियुग कि स्थिति तथा रामायण पाठ की महिमा का वर्णन

भाग - ७०(70) नारदजी - सनत्कुमार संवाद तथा रत्नाकर की कथा

भाग-७१(71) नारदजी का उपदेश सुनकर रत्नाकर बने वाल्मीकि

भाग-७२(72) नारदजी का वाल्मीकि मुनि को संक्षेप में श्रीरामचरित्र सुनाना

भाग-७३(73) ब्रह्माजी का महर्षि वाल्मीकि को रामायण महाकाव्य के निर्माण का आदेश देना 

भाग-७४(74) सौदास या सोमदत्त नामक ब्राह्मण को राक्षस तत्त्व की प्राप्ति तथा रामायण कथा श्रवण द्वारा उससे उद्धार

भाग-७५(75) माघ मास में रामायण-श्रवणका फल - राजा सुमति और सत्यवतीके पूर्व जन्मका इतिहास

भाग-७६(76) चैत्रमास में रामायण के पठन और श्रवण का माहात्म्य, कलिक नामक व्याध और उत्तङ्क मुनि की कथा

भाग-७७(77) रामायण के नवाह श्रवण की विधि, महिमा तथा फल का वर्णन

इति श्रीमद् राम कथा रामायण माहात्म्य अध्याय -१ सम्पूर्ण !

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